जलशक्ति राज्यमंत्री श्री रामकेश निषाद ने हाल ही में बिजली विभाग के साथ चल रहे विवाद को समाप्त करते हुए कहा, "हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं है, बस यही कोशिश है कि सूरत बदलनी चाहिए।" पिछले दिनों बिजली समस्या के समाधान के लिए राज्यमंत्री रामकेश निषाद अपने समर्थकों के साथ मुख्य अभियंता के कार्यालय गए थे, जहां उनके समर्थकों और बिजली विभाग के अधिकारियों के बीच विवाद हो गया था।
मामला इस कदर बढ़ गया था कि बिजली कर्मचारी आंदोलन की धमकी देने लगे थे और मंत्री जी के समर्थक जन आंदोलन की तैयारी में थे। ऐसे में राज्यमंत्री ने स्वयं बयान देकर मामले को तूल पकड़ने से रोका और विवाद को शांत किया।
भारतीय जनता पार्टी के समीक्षा प्रभारी एवं सह-संयोजक (कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र, मत्स्य प्रकोष्ठ) कालीचरण रैकवार ने राज्यमंत्री श्री रामकेश निषाद के सरल और सादे व्यवहार की सराहना की। उन्होंने कहा, "मंत्री जी का उद्देश्य हमेशा जन समस्याओं का त्वरित समाधान करना होता है। उनकी तत्परता और ईमानदारी से काम करने की प्रवृत्ति प्रशंसा योग्य है।"
राज्यमंत्री की पहल से बिजली विभाग और उनके समर्थकों के बीच विवाद का समाधान हो गया, जिससे स्थिति सामान्य हो गई। इस घटना ने यह सिद्ध किया कि जन समस्याओं के प्रति तत्परता और संवाद के माध्यम से जटिल समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।