15 अगस्त 1947 को हमें स्वतंत्रता तो मिली लेकिन विभाजन के रूप में लाखों लोगों ने बेबसी, पीड़ा के दंश को झेला, जिसकी स्मृति आज भी लोगों की आँखें नम कर जाती है। इसी विभाजन विभीषिका को याद करते हुए प्रत्येक वर्ष 14 अगस्त के दिन "विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस" मनाया जाता है और इसी दिवस को याद करते हुए आज कबरई, महोबा में कबरई मण्डल के द्वारा मौन जुलूस का आयोजन किया गया।
इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी से सह संयोजक (कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र, मत्स्य प्रकोष्ठ) कालीचरण रैकवार ने अपने मण्डल के सहयोगियों के साथ मिलकर 1947 के विभाजन में अपनी जान गंवाने वाले लाखों लोगों के सम्मान में मौन जुलूस निकाला गया। इस जुलूस के माध्यम से उन लोगों को सम्मान देने का प्रयास किया गया, जिन्होंने विभाजन और विस्थापन के दंश को झेला था। इस दौरान कालीचरण रैकवार जी ने जानकारी देते हुए कहा कि विभाजन के समय बड़ी संख्या में लोग बेघर हुए और उन्हें अनगिनत मुश्किलों का सामना करना पड़ा, हमारी माताओं-बहनों के साथ बर्बरता की गई, इसी के चलते आज उन सभी भाई-बहनों के प्रति सम्मान व्यक्त करना हमारा नैतिक कर्तव्य है।